
इन दवाओं को विकसित करने में संस्थान को दस साल का समय लगा है।
ये दवाएं मूल रूप से महंगी होती हैं, लेकिन श्री चित्रा तिरुनल इंस्टिट्यूट ने इन दवाओं को सस्ते में बनाने में सफलता पाई है। इससे हड्डियों की बीमारियों से पीड़ित मरीजों को राहत मिलेगी और उन्हें महंगी दवाएं खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है?
यह खबर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे हड्डियों की बीमारियों से पीड़ित मरीजों को सस्ती और बेहतर दवाएं मिल सकेंगी। यह भारत में मेडिकल रिसर्च के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि है।