
उन्होंने कहा कि 25 फरवरी को होने वाली MCD हाउस की बैठक में 12,000 अस्थायी कर्मचारियों को स्थायी किया जाएगा।
यह दिल्ली नगर निगम (MCD) के इतिहास का सबसे बड़ा फैसला बताया जा रहा है।
इसमें सफाई कर्मचारी, माली, बेलदार, शिक्षक, इंजीनियरिंग विभाग के कर्मचारी और मलेरिया निरीक्षक शामिल होंगे।
आतिशी ने कहा, AAP सरकार अपने वादे पर कायम है और कर्मचारियों को स्थायी करने का फैसला लिया गया।
उन्होंने बताया कि AAP के सत्ता में आने के बाद MCD में लगातार स्थायी नौकरियां देने के प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, पंजाब में हमारी सरकार पहले ही अनुबंध पर काम कर रहे शिक्षकों को स्थायी कर चुकी है।
AAP का मानना है कि स्थायी नौकरी से कर्मचारियों को अधिक सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता मिलेगी।
MCD के इस फैसले से हजारों कर्मचारियों और उनके परिवारों को राहत मिलेगी।
AAP सरकार का दावा है कि स्थायी भर्ती से नगर निगम की सेवाओं में सुधार होगा।
आतिशी ने बताया कि पहले की सरकारें यह कदम उठाने में विफल रही थीं।
MCD के इस फैसले का कई संगठनों और कर्मचारियों ने स्वागत किया।
AAP नेताओं का कहना है कि इससे नगर निगम में बेहतर कामकाज देखने को मिलेगा।
फैसले को लेकर MCD में विपक्षी दलों ने सवाल उठाए हैं।
BJP नेताओं ने आरोप लगाया कि AAP सरकार चुनावी लाभ के लिए यह कदम उठा रही है।
AAP ने जवाब दिया कि यह फैसला कर्मचारियों की भलाई के लिए लिया गया है।
MCD अधिकारियों का कहना है कि यह प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ लागू की जाएगी।
आतिशी ने कहा कि AAP सरकार आने वाले समय में और सुधार करेगी।
कर्मचारियों ने इस फैसले पर खुशी जताते हुए सरकार का धन्यवाद किया।