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रांची : पुरानी रांची में इस बार डुम्बु जतरा ने लोककला की नई ऊर्जा जगाई। आदिवासी कल्याण समिति द्वारा आयोजित इस पारंपरिक जतरा का शुभारंभ मंगरा पाहन ने पूजा-अर्चना से किया। कार्यक्रम स्थल पर पारंपरिक सजावट और ढोल-नगाड़ों की गूंज ने वातावरण को जीवंत बना दिया।
डुम्बु जतरा में नागपुरी और कुड़ुख संगीत की प्रस्तुतियों ने लोगों को अपने लोकसंगीत से जोड़ा। अनिल मुंडा, प्रीति बारला और सरस्वती बुनकर जैसे कलाकारों ने अपनी गायकी और नृत्य से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
अध्यक्ष अतूल प्रभात केरकेट्टा ने कहा कि डुम्बु जतरा सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि हमारी जड़ों से जुड़ने का माध्यम है। सचिव मनोज भगत और कोषाध्यक्ष स्वराज ने कार्यक्रम को सफल बनाने में विशेष योगदान दिया।