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तिरुनेलवेली, तमिलनाडु: तिरुनेलवेली लोक अदालत ने एक मोटर दुर्घटना दावा मामले (Motor Accident Claim Case) में ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए एक बीमा कंपनी को दुर्घटना पीड़ित के परिवार को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया है। यह मुआवजा राशि लोक अदालत द्वारा तय की गई सबसे बड़ी राशियों में से एक है, जो त्वरित और प्रभावी न्याय सुनिश्चित करने में लोक अदालतों की बढ़ती भूमिका को दर्शाती है।
यह मामला सरवनन रंगनाथन से संबंधित है, जिनकी 2015 में एक दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। रंगनाथन उस समय करूर-त्रिची राष्ट्रीय राजमार्ग (Karur-Trichy National Highway) पर कार चला रहे थे जब वह दुर्घटनाग्रस्त हो गए और बाद में उनकी मृत्यु हो गई। उनके परिवार ने मुआवजे के लिए कानूनी लड़ाई लड़ी, जिसे अंततः लोक अदालत ने सुलझाया। लोक अदालत ने मामले के तथ्यों, परिवार की आर्थिक निर्भरता और मृतक की आय को ध्यान में रखते हुए यह बड़ा मुआवजा तय किया।
बीमा कंपनी और पीड़ित परिवार दोनों ने लोक अदालत के इस निर्णय को स्वीकार कर लिया है, जिससे परिवार को सात साल पुरानी कानूनी लड़ाई के बाद आर्थिक राहत मिली है। लोक अदालत का यह फैसला दर्शाता है कि मोटर दुर्घटना पीड़ितों को शीघ्र न्याय और उचित मुआवजा दिलाने के लिए यह एक प्रभावी मंच है। इस निर्णय से मोटर वाहन अधिनियम के तहत दावों को लेकर कानूनी जागरूकता भी बढ़ी है।