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पुलिस और प्रशासन का हस्तक्षेप
हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के नांवान गाँव में एक अनुसूचित जाति (SC) के व्यक्ति के अंतिम संस्कार को लेकर हंगामा खड़ा हो गया, जिसके बाद पुलिस और स्थानीय प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा। यह घटना ग्रामीण क्षेत्रों में जातिगत भेदभाव और बुनियादी सुविधाओं की कमी की समस्याओं को उजागर करती है।
जानकारी के अनुसार, नांवान गाँव के श्मशान घाट तक जाने वाली सड़क बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गई थी, जिससे शव को वहाँ ले जाना असंभव हो गया था। इस स्थिति में, ग्रामीण शव को पास के भेवाड़ सहेली श्मशान घाट ले गए, जहाँ अंतिम संस्कार करने पर आपत्ति उठाई गई। बताया जा रहा है कि कुछ लोगों ने दलित व्यक्ति के शव का दूसरे श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार करने पर विरोध किया, जिसके कारण विवाद बढ़ गया।
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए, स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने दोनों पक्षों के लोगों से बात की और स्थिति को शांत करने का प्रयास किया। लंबी बातचीत और हस्तक्षेप के बाद ही अंतिम संस्कार संपन्न हो सका। यह घटना ग्रामीण इलाकों में अभी भी मौजूद जातिगत भेदभाव और बुनियादी ढांचे के अभाव की कड़वी सच्चाई को दर्शाती है, जिसके लिए समाज और प्रशासन दोनों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है।