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शिमला, हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश में विकास कार्यों की एक अजीबोगरीब तस्वीर सामने आई है, जहाँ एक नई बनी सड़क के ठीक बीचों-बीच बिजली के खंभे खड़े हैं। यह स्थिति सड़क सुरक्षा और सरकारी विभागों के बीच समन्वय की कमी पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
जानकारी के अनुसार, यह सड़क उस पंचायत से होकर गुजरती है जहाँ से विधायक सुखराम चौधरी आते हैं। हैरानी की बात यह है कि सड़क निर्माण के दौरान, न तो लोक निर्माण विभाग (POWD) और न ही बिजली विभाग ने इन खंभों को हटाने की जहमत उठाई। नतीजतन, ये खंभे अब सड़क के बीच में बाधा बनकर खड़े हैं, जिससे वाहन चालकों के लिए दुर्घटना का जोखिम बढ़ गया है, खासकर रात के समय। यह लापरवाही न केवल सरकारी धन की बर्बादी को दर्शाती है, बल्कि नागरिकों के जीवन को भी खतरे में डालती है।
इस मामले पर स्थानीय लोगों और विपक्षी दलों ने कड़ी आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि यह संबंधित विभागों की घोर लापरवाही और तालमेल की कमी का सीधा उदाहरण है। प्रशासन से तत्काल इन खंभों को हटाने और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई है ताकि भविष्य में ऐसी किसी भी दुर्घटना से बचा जा सके।