
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. देबेंद्र प्रधान का निधन हो गया है। वे लंबे समय से अस्वस्थ थे और गुरुग्राम के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। उनके निधन की खबर से राजनीतिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
राजनीतिक सफर और योगदान
डॉ. देबेंद्र प्रधान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता थे। वे अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में उद्योग और इस्पात मंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके थे। उनके नेतृत्व में देश के इस्पात उद्योग को नई दिशा मिली थी। उनके कार्यकाल में इस्पात उत्पादन और निर्यात में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई थी। डॉ. प्रधान ने अपने लंबे राजनीतिक सफर में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए पार्टी और देश की सेवा की थी।
डॉ. प्रधान का जन्म ओडिशा के तालचर में हुआ था। उन्होंने राजनीति में कदम रखने से पहले शिक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया था। उनके सरल और मिलनसार स्वभाव के कारण वे जनता के बीच काफी लोकप्रिय थे। उनके योगदान के कारण ओडिशा में उन्हें एक सम्मानित नेता के रूप में जाना जाता था।
प्रधानमंत्री मोदी ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. देबेंद्र प्रधान के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, “डॉ. देबेंद्र प्रधान का निधन देश के लिए अपूरणीय क्षति है। वे एक कुशल प्रशासक और नीतिनिर्माता थे। उनके योगदान को देश हमेशा याद रखेगा। मैं उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुग्राम स्थित उनके आवास पर पहुंचकर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद थे।
नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अन्य कई नेताओं ने भी डॉ. प्रधान के निधन पर गहरा दुख जताया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा, “डॉ. प्रधान का निधन ओडिशा के लिए बड़ी क्षति है। उन्होंने राज्य और देश की प्रगति के लिए जो कार्य किए हैं, वे हमेशा याद किए जाएंगे।”
डॉ. देबेंद्र प्रधान का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव तालचर में राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। उनके निधन से भाजपा और उनके समर्थकों के बीच शोक की लहर है।